Popatram:Kumar S:
यह योगीजी का हाथ है। वे जब तब, किसी बात का जवाब देते हुए अपना हाथ लहराते हैं तो उनकी हस्तरेखाएँ दिख गई।
उनकी भाग्यरेखा आरम्भ में कमजोर और टूटी हुई है लेकिन बाद में अत्यंत प्रबल, सीधी, गहरी और स्पष्ट दिख रही है, ऐसा व्यक्ति जीवन के उत्तरार्द्ध में, अर्थात 45वर्ष के पश्चात अत्यंत तीव्र गति से प्रगति करता है। उनकी जीवन रेखा भी आरम्भ में कटी हुई है जिसका मतलब है उन पर प्राणघातक हमला हो चुका है। एक लाख व्यक्तियों में से किसी एक की जीवन रेखा दोहरी होती है, ऐसा जातक अत्यंत सहनशील, मानसिक, शारीरिक परिश्रम की पराकाष्ठा करने वाला और कभी न थकने वाला होता है। उनकी हृदय रेखा गहरी, सीधी और ऊपर जाकर शनि की तरफ मुड़ गई है जिसका अर्थ है वे अनेक रहस्य स्वयं में छिपाए हुए हैं। उनकी मस्तिष्क रेखा की वक्रता उन्हें चाणक्य श्रेणी का कुटिल बताती है। उनके हाथ रक्त कमल की तरह पुष्ट, मजबूत और सुडौल हैं, शास्त्रों में राम और कृष्ण के ऐसे ही हाथों का वर्णन है। ऐसे जातक को आरम्भ में प्रकृति अनेक पाठ पढ़ाती है और फिर उसके लिए अनुकूलताएं पैदा करती जाती है। उनके हाथ के तीनों पर्वत- चन्द्र (मणिबन्ध की तरफ नीचे), शुक्र(अंगुष्ठ के नीचे)मंगल(एकदम बीच में) स्पष्ट, उभरे हुए और सुविभाजित हैं जो यह दर्शाते हैं कि मंगल उन्हें जिद्दी, घात कर्म विशेषज्ञ, निर्मम, संहारक और प्रतिशोध लेने वाला बनाता है। शुक्र उन्हें संवेदनशील, दयालु, परोपकारी, स्वयं के प्रति कठोर, विजेता, साहसी और पराक्रमी बनाता है। चन्द्र की उन्नत स्थिति उन्हें निर्धन परिवार में जन्म लेकर सर्वोच्च पद प्राप्त करने, उच्च प्रशासनिक योग्यता, तंत्र पर नियंत्रण और स्थितियों को अपने अनुकूल ढालने में दक्ष सिद्ध करती है। एक अन्य चित्र में उनका सूर्य अत्यंत प्रबल है जो दर्शाता है कि उनसे कोई भी सामने नहीं भिड़ सकता और यदि आ गया तो उसका आधा बल जातक को मिल जाता है।
इसके अलावा #सामुद्रिक_शास्त्र में उनकी वाणी, जवाब देने का तरीका, शब्दों का चयन, घटना हो जाने पर विचलन, निर्णय की तत्परता का भी अध्ययन किया जाता है। मैं विगत दस वर्षों से इस शास्त्र का अत्यंत प्रामाणिक अध्ययन कर रहा हूँ, योगीजी अनुपम है।
वे युद्धनीति में श्रीकृष्ण के समान, संरक्षण में श्री राम के समान, पराक्रम में साक्षात हनुमानजी के समान हैं।
कुलमिलाकर, यह उत्तर प्रदेश का भाग्य है कि ऐसा उच्च गुण भूषण, चरित्रवान, दृढ़ निश्चयी और पराक्रमी नेतृत्व सम्पन्न व्यक्ति चुनकर देश में प्रतिष्ठित करने का कार्य उसे मिला है।
सामुद्रिक विशेषज्ञ
#कुमार_एस
साभार: कुमार एस-(ये लेखक के अपने विचार हैं)